Essay on indian army in hindi language. Free Essays on Hindi Essay On Indian Army through 2022-10-09
Essay on indian army in hindi language Rating:
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भारतीय सैन्य एक विशाल सैन्य संगठन है जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार है। इसका स्थापना 15 अगस्त 1947 को हुआ था, जब भारत अंग्रेजों से आज़ादी प्राप्त कर अपना स्वतंत्र राज्य बन गया था। भारतीय सैन्य एक स्वतंत्र, जनता द्वारा चुने जाने वाले सरकार की नियतियों और आदेशानुसार काम करता है।
भारतीय सैन्य एक विशाल सैन्य संगठन है जो कई भागों में बंटा हुआ है। इसमें सैन्य सेना, वायु सेना, नौसेना और भूमि सेना शामिल हैं। भारतीय सैन्य की शक्ति एक सेना के माध्यम से ही नहीं, बल्कि सभी चार भागों को एक साथ जोड़कर
भारतीय सैनिक पर निबंध
. Students who want to know a detailed knowledge about Indian Army, then Here we posted a detailed view about 10 Lines Essay Indian Army in Hindi. . . Indian Army भारतीय सेना 1 भारत में तीन प्रमुख सेना है। 2 किसी भी देश की सेना यह उस देश की रक्षा करती है। 3 थल सेना, जल सेना तथा वायु सेना भारतीय सेना की थल सेना यह सबसे मजबूत तथा बड़ी सेना है। 4 भारतीय सेना यह देश तथा देशवासियों के लिए के सुरक्षा कवच है। 5 भारतीय सेना यह देश को आंतरिक तथा बाहरी क् संकट से बचाती है। 6 सेना के वीर अपना घर परिवार छोड़कर वह देश प्रेम में अपना जीवन बहा देते हैं। 7 वक्त आने पर वह देश के लिए बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं। 8 भारतीय थल सेना के सम्मान में 15 जनवरी को थल सेना दिवस मनाया जाता है। 9 विपरीत हालातों का सामना करते हुए भारत के वीर देश की सीमा पर डटे रहते हैं। 10 हमें भारतीय सेना पर गर्व है। Hope above 10 lines on Indian Army in Hindi will help you to study. IN D IA The next super-power 2. This website includes study notes, research papers, essays, articles and other allied information submitted by visitors like YOU.
. These two cities oceans apart are parallel in a multitude of ways. For its namesake district. . भारतीय सैन्य व्यवस्था विश्व की श्रेष्ठतम व्यवस्थाओं में से एक है जिसमें सीमित संसाधनों के द्वारा भी विजय प्राप्त करने की क्षमता विद्यमान है ऐसे अनेकों अवसर आये जब भारतीय सैनिकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए अपनी देशभक्ति का अदभुत परिचय दिया । धन्य है इस देश की वे माताएं जिन्होनें ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया । जिन्होने युवास्था में ही अपनी जिन्दगी देश के लिए न्यौछावर कर अपनी देश भक्ति की मिशाल पेश की । भारत चीन युद्ध हो या फिर भारत पाक युद्ध, कारगिल युद्ध हो या सीमा पार से छदम युद्ध । सभी में भारतीय सैनिकों ने बहादुरी की मिशाल पेश की । वो भी सीमित संसाधनों के द्वारा । जिससे भारतीय सेना को विश्व की श्रेष्ठतम सेना का दर्जा प्राप्त होता है । संसाधनों की यदि बात की जाये और यूरोप के देशों की सेना तो दूर पुलिस से भी भारतीय सेना के संसाधनों की तुलना की जाए तो हमारी जांबाज सेना के पास अत्याधुनिक संसाधनों का अभाव है । लेकिन संसाधनों के अभाव के बाद भी भारतीय सेना विश्व की किसी भी सेना से मुकाबला करने में श्रेष्ठ है जो केवल भारतीय सेना के अदभुत साहस के बल पर ही सम्भव है । यह सब सम्भव है उनके धैर्य पर भी जो अपने घर-परिवार से दूर देश की सीमा पर दिन-रात एक कर डटे हुए हैं और उफ तक नहीं करते । यह भारतीय सेना के अनुशासन की मिशाल है । इस देश के नीतिकारों को इस गम्भीर विषय पर विचार कर भारतीय सैनिकों की पीड़ा को समझना चाहिए कि घर-परिवार से दूर रहना कितना पीड़ादायक होता है । इस गम्भीर समस्या के समाधान हेतु कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि भारतीय सैनिकों को घर-परिवार से दूर रहने की पीड़ा न झेलनी पड़े । भारतीय सैनिक ही देश के सच्चे सेवक व देशभक्त हैं जो सैकड़ो कष्ट उठाकर इस देश को सुरक्षित रखते हैं । वे सुरक्षित रखते हैं इस देश के नीतिकारों को, वे सुरक्षित रखते हैं देश के मान-सम्मान को, वे सुरक्षित रखते हैं इस देश की मर्यादा को, वे सुरक्षित रखते हैं इस देश के नागरिकों को, वे सुरक्षित रखते हैं इस देश की युवा शक्ति को, वे सुरक्षित रखते हैं इस देश के बुद्धिजीवियों को, लेकिन उक्त सब लोग इसके बदले मे इस देश के सैनिकों को क्या देते हैं । कभी किसी ने विचार किया ही नही, ये सब लोग देश के सैनिक परिवारों तक को सुरक्षित नहीं रख पाते । एक तो वो सैनिक जो इस समस्त देश को सुरक्षित रखते हैं और दूसरी ओर वो समस्त नागरिक जो इस देश की सीमा के अन्दर रहते हुए उन सैनिक परिवारों को भी सुरक्षित नहीं रखपाते जिनके जाबाज बहादुर सम्पूर्ण देश को सुरक्षित रखते हैं । यह व्यवस्था की कमी कही जा सकती है या फिर नागरिकों की इच्छा शक्ति की । ADVERTISEMENTS: यहां भारतीय व्यवस्था तो दोषी है ही जो आजादी के तिरेसठ वर्ष बाद भी भारतीय सैनिकों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध करने में असमर्थ रही है । जो असमर्थ रही है उनको ऐसी व्यवस्था करने में कि भारतीय सैनिकों को देश की सीमा, सीमा नहीं अपना घर परिवार दिखायी दे । प्रत्येक सैनिक को सीमा पर भी परिवार रखने की व्यवस्था हो जब भारतीय सैन्य अफसर प्रत्येक जगह अपने परिवार के साथ रह सकते हैं । तो भारतीय सैनिक क्यों नही? A Short Essay on Indian Army in Hindi Language. No 1 2 2 3 4 5 6 Contents An outline of syllabus. The Jaguar Smile: A Nicaraguan journey; a volume of essays, Imaginary Homelands, and a work.
. This essay is very simple. आधुनिकता के इस युग में जब तकनीकी अपने उच्चतम शिखर पर है तब भी भारतीय सैनिक उच्च तकनीकी को मोहताज हैं और केवल अपने धैर्य और साहस के दम पर ही अपना कर्त्तव्य निभा रहे हैं । अन्यथा भारतीय सेना की तस्वीर ही कुछ और होती, जिसके लिए दोषी है भारतीय व्यवस्था जो अपने रक्षकों को पर्याप्त तकनीकी सुविधाओं तक मुहैया नहीं करा पा रही है । इसके अलावा जो सुविधाएं भारतीय सैनिकों के परिवारों को मिलनी चाहिए जिससे उन सैनिक परिवारों को अपने आप को नागरिक परिवारों से अलग होने का एहसास हो सके । वे मूलभूत सुविधाएं भी सैनिक परिवारों को नसीब नहीं हो पा रही है जिसका परिणाम यह है कि वर्तमान समय में कुछ अपवादों को यदि छोड़ दिया जाए तो कोई भी युवा सेना में भर्ती होने में रूचि नहीं ले रहा है यही कारण है कि वर्तमान समय में सेना में हजारों अफसरों व लाखों सैनिकों की कमी चल रही है । जिसके पीछे निजी क्षेत्र की चकाचौंध भरी जिन्दगी, अच्छा वेतन पैकेज भी युवाओं को सेना में भर्ती होने से रोक रहा है । आधुनिकता की इस दौड़ में युवा देश प्रेम का पाठ भूलकर धन प्रेम का पाठ पढ़ रहे हैं । तभी तो युवाओं का झुकाव सेना में भर्ती होने में नहीं है । अगर यही स्थिति रही तो सेना में अफसरों व सैनिकों की भारी कमी होगी । जिसके लिए कुछ हद तक दोषी है भारतीय व्यवस्था जो सेना के प्रति युवाओं को आकर्षित करने में असफल रही है योग्य और प्रतिभाशाली युवाओं का झुकाव सेना के प्रति न होकर निजी क्षेत्र की चकाचौंध की ओर है एक तो आकर्षक वेतन पैकेज दूसरा भौतिक सुख सुविधाएं जो भारतीय युवाओं को सेना में जाने से रोक रही हैं । यदि भारतीय नीतिकार इस गम्भीर विषय पर चिंतन करें तो निश्चित ही उनको समस्या का समाधान मिल जायेगा । जब भारतीय युवाओं को सेना व निजी क्षेत्र की सुख सुविधाओं में कोई अन्तर दिखाई नही देगा और वे सेना के महत्व को समझेंगे । साथ ही भारतीय सैनिकों को समाज व देश में विशिष्ट दर्जा प्राप्त होगा तो निश्चित ही भारतीय युवाओं के दृष्टिकोण में बदलाव आयेगा और भारतीय युवाओं का भारतीय सेना में भर्ती के विषय में दृष्टिकोण में बदलाव ही भारतीय सेना के महत्व को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा । भारतीय सेना विश्व की श्रेष्ठतम सेनाओं में से एक है और इस श्रेष्ठता को हमें बताने की आवश्यकता नहीं हैं क्योंकि जब-जब भारतीय सेना को अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने का अवसर मिला है उसने संसाधनों की कमी या आधुनिक हथियारों की कमी या वेतन की कमी का रोना रोये बिना अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की, जो इस बात को प्रमाणित करती है कि भारतीय सेना विपरीत परिस्थतियों में भी जंग जीतने में सक्षम है ऐसे अनेकों अवसर आये है । ADVERTISEMENTS: जब भारतीय सेना ने अपने साहस और बहादुरी का परिचय देते हुए दुश्मन को धूल चटा दी चाहे कारगिल की पहाड़ियों पर अपनी मजबूत पकड़ बना चुके दुश्मन हों या फिर हमारे पवित्र धार्मिक स्थल पर कब्जा जमाये आतंकी हो, जिनको नेस्तानाबूत करने में भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस और बहादुरी का परिचय देकर सम्पूर्ण भारतवर्ष का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया । भारतीय सैनिकों में जो देशभक्ति का जज़्बा देखने को मिलता है जो अनुशासन देखने को मिलता है वह शायद ही दुनिया के किसी देश की सेना में हो । भारतीय सैनिक जब सेना की वर्दी धारण करता है तो उसके अन्दर एक अलग तरह की भावना जागृत होती है जो कहती है कि जब तक यह वर्दी उसके शरीर पर रहेगी वह अपने देश के दुश्मनों को मिटाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा । इसके लिए चाहे उसे अपने प्राणों की बाजी भी लगानी पड़ेगी तो भी वह निसंकोच होकर अपने प्राणों की बाजी लगाने से पीछे नहीं हटेगा । यही प्राण-न्यौछावर करने का अपने देश के लिए भारतीय सैनिकों का जज़्बा है । भारतीय सेना की ताकत का हिस्सा है तभी तो हम निसंदेह होकर कहते हैं कि भारतीय सेना विश्व की श्रेष्ठतम सेनाओं में से एक है । भारतीय सैनिक बामुश्किल वर्ष में एक या दो महीने ही अपने परिवार के साथ बिताते हैं और बाकी के दस-ग्यारह महीने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए व्यतीत करते हैं । शायद ही दुनिया की ऐसी कोई सेना हो जो इतना समय अपने परिवार से अलग व्यतीत कर सके । ADVERTISEMENTS: यदि भारतीय सैनिकों की अनुशासन की बात करें तो इसका कोई अपवाद भी आपको नहीं मिलेगा जब किसी भारतीय सैनिक ने अनुशासन हीनता की हो, यही सब गुण तो भारतीय सेना की श्रेष्ठता सिद्ध करते हैं तभी तो भारतवर्ष में रिटायर्ड सैनिकों की निजी श्रेत्र व दूसरे सरकारी विभागों में अत्यधिक माग है जो भारतीय सैनिकों की श्रेष्ठता के कारण ही है अन्यथा रिटायर्ड व्यक्ति को कोई भला क्यों पूछेगा? The country was divided along religious lines. भारत चीन युद्ध 1967 इस युद्ध में चीन की सेनाओं ने भारत के सिक्किम राज्य में 1 अक्टूबर 1967 को घुसने का प्रयास किया था। 10 अक्टूबर 1967 को दोनों तरफ की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी। इस युद्ध में भारत के 88 जवान मारे गए थे और 163 जवान घायल हुए थे, जबकि चीन के 300 जवान मारे गए थे और 450 जवान घायल हुए थे। हारने के पश्चात चीन की सेना सिक्किम से वापस चली गई थी। 4. Abdul Kalam From Wikipedia, the free encyclopedia This article is about the former President of India. Since birth of both nation Kashmir is the bone of. In this article, we are providing information about Indian Army in Hindi.
What is Social Problem 2 3. भारत पाकिस्तान युद्ध 1965 भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच दूसरा युद्ध 1965 में हुआ था। इस युद्ध में भारत विजयी हुआ था। पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर अगस्त 1965 को लांच किया था जिसमें पाकिस्तान की पैरामिलिट्री ट्रूप्स भारत के अधिकार वाले जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर गये और उन्होंने भारत के खिलाफ भावनाओं को भड़काने का काम किया था। 3. . . Every country goes out of its way to. Nasik PIN-423 203 Maharashtra, India Email: sandy3041987 rediffmail.
. So goes the modern adage. . . बांग्लादेश लिबरेशन वॉर 1971 इसमें भारत के 3500 सिपाही मारे गए थे और पाकिस्तान के 11000 सिपाही मारे गए थे। पाकिस्तान के 220 टैंक इस युद्ध में नष्ट हो गए थे। 5. सियाचिन संघर्ष 1984 इस युद्ध में भारत ने अप्रैल 1984 को ऑपरेशन में मेघदूत चलाया था। 6. Radio The BBC Asian Network.
भारतीय सेना पर निबंध Essay on Indian Army in Hindi
. For any help regarding education Students please comment us. ADVERTISEMENTS: Here is an essay on the Indian Army especially written for school and college students in Hindi language. Before publishing your Articles on this site, please read the following pages: 1. On august 14 1947 mount batten flew to Karachi and addressed the.
. भारतीय सेना पर निबंध Bhartiya Sena par Nibandh भारतीय सेना पर निबंध- Essay on Indian Army in Hindi हर देश की सुरक्षा में सेना का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। भारतीय सेना व्यवस्था बहुत ही अद्भुत है और विश्व की सबसे श्रेष्ठ सेना है। इनके पास संस्धनों की कमी है लेकिन इनका हौंसला और बहादुरी काबिल ए तारीफ है। भारतीय सेना के सैनिक देशभक्ति की सच्ची मिसाल है जो कि अपने प्राण त्याग कर भी देश की रक्षा करते हैं। भारतीय सेना मौका आने पर दुश्मन की ईंट से ईंट बदा देते हैं। वह अपने अंतिम क्षणों तक डटकर खड़े रहते हैं। भारतीय सैनिक गर्मी हो या सर्दी, बिना मौसम की परवाह किए देशवासियों की रक्षा करते हैं। भारतीय सेना तीन प्रकार की है— जल सेना, थल सेना और वायु सेना। भारतीय सेना आज के समय में विश्व की तीसरे नम्बर पर सबसे बड़ी सेना है। भारतीय सैनिक बहुत ही बहादुर होतें है जिस कारण वह तकनीकी हथियारों के अभाव में भी हर मुसीबत से लड़ जाते हैं। भारतीय सेना की हर जीत के पीछे उनका अनुशासन है और उनकी सुझ बुझ है। भारतीय सेना को सैनिको का जीवन बहुत ही पीड़ादायक होता है क्योंकि देश के लिए उन्हें अपने परिवार वालों से दुर रहना पड़ता है। उनके घर वाले भी हर समय उनकी सलामती की दुआ करते हैं और अपने जवान बेटों को मातृभूमि के प्रति उनका कर्तव्य निभाने के लिए शरहद पर भेजते हैं। भारतीय सेना सिर्फ सीमा पर रहकर ही देश की रक्षा नहीं करते बल्कि जब देश के भीतर कोई मुश्किल आती है तो वहाँ पर भी सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। जब जब देश में बाढ़ आती है तब वायु सेना लोगों की सहायता करती है और उन तक भोजन पहुँचाती है। जब जब दुश्मनों ने देश पर हमला किया है भारतीय सेना ने अपने साहस और बुद्धिमता का परिचय दिया है। भारतीय सेना देश की लिए अपना सब कुछ न्यौछावर करती है इसलिए हमारो देश की व्यवस्था को चाहिए कि वह सेना के सैनिकों को सभी सुविधाएँ उपलब्ध करवाए। उनके लिए उच्च तकनीकी औजार भी मँगवाने चाहिए और सैनिकों के लिए व्यवस्था होनी चाहिए कि वह सैन्य अफसरों की तरह अपने परिवार को अपने साथ रख सके। हम सबको भारतीय सेना पर गर्व है जो कि हमारे देश का मान और सम्मान है। सिर्फ हमारे देश की सेना ही है दिसको कारण हम अपनी जिंदगी बिना किसी चिंता के मस्ती में गुजार रहे हैं। हमें अपनी भारतीय सेना का सम्मान करना चाहिए और उनको परिवारों का ध्यान रखना चाहिए। speech on indian army in hindi indian soldier essay in hindi Bhartiya Sainik Essay in Hindi- भारतीय सैनिक पर निबंध. Our mission is to provide an online platform to help students to share essays in Hindi language. प्रथम कश्मीर युद्ध 1947 भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद तुरंत ही जम्मू कश्मीर के मुद्दे को लेकर भारत और पाकिस्तान में युद्ध शुरू हो गया था। पाकिस्तान की सेनाओं ने 22 अक्टूबर 1947 को जम्मू कश्मीर पर आक्रमण कर दिया था। 2. Education makes man civilized and therefore the country. .
While in the Cantonment area, at British Army H. भारतीय सैनिक सम्पूर्ण भारतीय नागरिकों के लिए धैर्य साहस, बाहदुरी ओर ईमानदारी व अनुशासन प्रियता के लिए आदर्श माने जाते हैं । कोई भी व्यक्ति भारतीय सैनिकों की निष्ठा पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगा सकता है । भारतीय सैन्य अफसरों के विषय में कुछ अपवादों को यदि छोड़ दिया जाये । जिनसे भारतीय सेना का मनोबल गिरता है जो कुछ अपवाद स्वरूप हैं जिनमें भारतीय सैन्य अफसरों ने अपनी मर्यादा लांघकर आदर्शों का उल्लंघन कर लालच के वशीभूत होकर भारतीय सेना को कलंकित किया । चाहे वो सुकना जमीना घेटाला हो या मुम्बई का आदर्श सेसाइटी घोटाला, जिसमें भारतीय सैन्य अधिकारियों के नाम आने से भारतीय सेना पर कलंक के दाग लगे हैं जो शायद ही जांच रिपोर्टो के सही आने पर भी धुल सके । क्योंकि भारतीय सेना वर्तमान समय तक बेदाग रही है लेकिन कुछ अवसर ऐसे आये जब भारतीय सैनिकों ने तो सेना वदेश का सिर गर्व से ऊंचा किया लेकिन भारतीय सैन्य अधिकारियों ने लालच के वशीभूत होकर भारतीय सेना ही नहीं इस देश को ही शर्मसार कर दिया । अन्यथा भारतीय सेना की छवि बेदाग रही है । ADVERTISEMENTS: जो दुनिया के दूसरे देशों के लिए एक उदाहरण रहा है कि भारतीय जो विभिन्न भावानाओं और विभिन्न संस्कृतियों का देश होते हुए जहां क्षेत्रियता का भी प्रभाव वहां की राजनीति में देखा जाता है उसके बाद भी आज तक भारतवर्ष एक अटूट देश के रूप में दुनिया के सामने है जबकि उसके पड़ोसी देशों में वहां की राजनीति में सेना का प्रभाव अधिक देखने को मिलता है । जब समय-समय पर वहां के सेनाध्यक्षों ने लोकतांत्रिक सरकारों को उखाड़ कर सैन्य शासन स्थापित किया है लेकिन भारतवर्ष एकमात्र ऐसा दुनिया का देश है जहा सबसे अनुशासित सेना मौजूद है । जिसका भारतीय राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है अन्यथा पाकिस्तान, श्रीलंका, म्यांमार ऐसे देश है जहां सैन्य अफसर वहां की राजनीति को प्रभावित करते हैं और स्वयं देश की सत्ता पर काबिज होने की रणनीति बनाते रहते है । ऐसा नहीं है कि भारत में सैन्य अफसरों की राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है । भारतीय सैन्य अफसरों में भी राजनीतिक महत्वाकांक्षा है लेकिन भारतीय राजनीतिक परिस्थतियां उन सैन्य अफसरों के अनुकूल नहीं हैं जो सेना मे सेवा के दौरान राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखते हैं । हां ऐसा अवश्य है कि भारतीय सैन्य अफसर सेना से सेवामुक्त होने के उपरान्त अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करते हैं यही व्यवस्था भारतीय सेना को अनुशासित करने के लिए पर्याप्त है । तभी तो भारतीय सेना ने आज आजादी के तिरेसठ वर्ष बाद तक अपनी मांगों के लिए कोई उफ तक नहीं की । कितना वेतन उनकों मिलता है, कितनी सुविधाएं उनको मिलती हैं, किसी ने कोई जिक्र तक नहीं किया । क्योंकि भारतीय सैनिक सेना की वर्दी पहनते ही देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो जाता है और उसके अन्दर यह भावना नहीं होती है कि उसको कितना पैसा मिलता है कितनी सुविधाएं मिलती हैं । वह तो केवल अपने देश के प्रति अपनी वफादरी का परिचय देते हुए एक अनुशासित सैनिक के रूप में कार्य करता है और जिसका लाभ उठाते हैं । भारतीय व्यवस्था के नीतिकार जो भारतीय सेना के अनुशासित होने का भरपूर लाभ उठाते हैं तभी तो भारतीय सैनिकों के आजादी के तिरेसठ वर्ष बाद भी ऐसी सुविधाएं मिल रही है जो आज से तिरेसठ वर्ष पहले मिलनी चाहिए थी । जिसके लिए दोषी है भारतीय व्यवस्था के नीतिकार जो केवल उन्हीं की ओर देखते हैं जिससे उन्हें या तो कुछ लेना होता है या फिर वो अपना अधिकार मांगते हैं जिससे मजबूरीवश उनको देना पडता है । क्योंकि भारतीय नीतिकार जानते हैं कि भारतीय सेना एक अनुशासित सेना है ओर आप उसको कुछ दे या न दे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि विरोध प्रकट करना भारतीय सेना के लिए अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है और इसी आदर्शता का लाभ भारतीय व्यवस्था के नीतिकार उठाते हैं तभी तो आज तिरेसठ वर्ष बाद भी भारतीय सैनिक उस तकनीकी सुख सुविधाओं व अन्य भौतिक सुख सुविधाओं से महरूम हैं जो आज से काफी समय पहले भारतीय सैनिकों को मिल जानी चाहिए थी । लेकिन दुर्भाग्य इस देश का और दोष भारतीय व्यवस्था के नीतिकारों का कि आज तक आधुनिक तकनीकी सुख सुविधाओं के अभाव में भी भारतीय सेना अपनी श्रेष्ठता सिद्ध किये हुए है जो इंगित करती है कि भारतीय सैनिक अब अभाव में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सक्षम है तभी तो अनेकों अवसरों पर भारतीय सेना ने अपनी श्रेष्ठता को बुलन्द किया है । यहां विचारणीय प्रश्न भारतीय व्यवस्था के नीतिकारों के लिए है कि आखिर कब तक भारतीय सैन्य व्यवस्था पुराने ढर्रे पर ही चलती रहेगी । जिसको सुधारने के लिए हमें गम्भीर रूप से चिंतन करना होगा कि किस प्रकार हम भारतीय सेना को दुनिया की आधुनिक सेना बनायें और निजी क्षेत्र की ओर हो रहे भारतीय युवा प्रतिभा पलायन को रोक कर भारतीय सैन्य क्षमता को और अधिक शक्तिशाली करें ताकि वक्त पड़ने पर हम दुनिया की श्रेष्ठतम सेना का दर्जा सिद्ध कर सके । अब वक्त आ गया है जब भारतीय व्यवस्था के नीतिकारों को भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के विषय में गम्भीरता से विचार करना होगा तभी भारतीय सैनिकों का भला होगा और भारतीय सैनिकों का भला ही भारतीय सेना का भला होना सुनिश्चित करेगा । Welcome to EssaysinHindi. Here we are always ready to help You. . . . .